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PNB घोटाले का आरोपी गिरफ्तार:1975 में ज्वेलरी बिजनेस से करियर शुरू किया; घोटाला खुलने से पहले भागा, 3 देशों की नागरिकता, जानें पूरी प्रोफाइल https://ift.tt/KCxQq6A

12 अप्रैल 2025 को बेल्जियम के अधिकारियों ने भारत से प्रत्यर्पण अनुरोध के बाद मेहुल चोकसी को गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी PNB धोखाधड़ी मामले के संबंध में मुकदमे का सामना करने के लिए USE वापस लाने के भारत की सफलता है। देश के सबसे बड़े घोटाले में से एक 13,500 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में मेहुल का नाम सामने आया था। मेहुल पर अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ फॉरेन लोन लेने के लिए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग का उपयोग करके धोखाधड़ी वाले लेनदेन को अंजाम देने का आरोप है। CBI और ED की रिपोर्ट्स उनके खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, विश्वासघात, भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग सहित कई आरोप दायर किए हैं। ज्वेलरी ब्रांड को अमेरिका, दुबई तक पहुंचाया मेहुल चोकसी एक भारतीय मूल के बिजनेसमैन और गीतांजलि समूह के पूर्व मालिक हैं, जो भारत के सबसे बड़े डायमंड ज्वेलरी में से एक का बिजनेस था। गीतांजलि के देशभर में 4 हजार से ज्यादा स्टोर थे। PNB बैंक में 13 हजार करोड़ की धोखाधड़ी 2018 में चोकसी अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ पंजाब नेशनल बैंक से लगभग ₹13,000 करोड़ (~$1.6 बिलियन) के बड़े धोखाधड़ी मामले में फंसा था। इस घोटाले में फॉरेन लोन की सुविधा के लिए बैंक ऑफिसर्स के जारी किए गए धोखाधड़ी वाले लेटर ऑफ अंडरटेकिंग शामिल थे। घोटाले पता चलने से पहले ही चोकसी भारत से भाग गया। एंटीगुआ और डोमिनिका की नागरिकता ली मई 2021 में, चोकसी एंटीगुआ से गायब हो गया और बाद में उसके डोमिनिका में होने की जानकारी मिली। जहां उसे इलीगल एंट्री के लिए अरेस्ट किया गया। उसने दावा किया कि उसे इंडियन एजेंट्स ने किडनैप किया था यह दावा अभी भी जांच के दायरे में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेहुल पत्नी प्रीति चोकसी के साथ रह रहा है, जिन्हें बेल्जियम की नागरिकता मिली है। बेल्जियम के विदेश मंत्रालय ने ही चोकसी की मौजूदगी की जानकारी दी थी। सूत्रों के मुताबिक, मेहुल चोकसी बेल्जियम से स्विट्जरलैंड भागने की कोशिश कर रहा था। 2018 और 2021 में वारंट निकाले गए पुलिस ने चोकसी को गिरफ्तार करते समय दो गिरफ्तारी वारंट का हवाला दिया। ये मुंबई की एक अदालत ने जारी किए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि वारंट 23 मई 2018 और 15 जून 2021 के थे। ऐसा माना जा रहा है कि चोकसी अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए जमानत और तत्काल रिहाई की मांग कर सकता है। बेल्जियम में गिरफ्तारी के बाद मेहुल चोकसी ने अपने खराब सेहत का हवाला देते हुए कोर्ट में जमानत मांगी है। उसकी ओर से कहा गया है कि इलाज कराने के लिए बेल्जियम आया था और अपनी पत्नी के साथ एंटवर्प में रह रहा था। धोखे से ली बेल्जियम की नागरिकता चोकसी ने 15 नवंबर 2023 को बेल्जियम का ‘एफ रेजिडेंसी कार्ड’ हासिल किया था, जो कथित तौर पर उसकी बेल्जियन नागरिक पत्नी की मदद से मिला था। रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि चोकसी ने बेल्जियम अधिकारियों को फर्जी दस्तावेज सौंपे थे। उसने अपनी भारतीय और एंटीगुआ की नागरिकता छिपाकर गलत जानकारी दी, ताकि उसे भारत न भेजा जा सके। कभी-कभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही उसकी पेशी होती थी। भारत में उसकी कई संपत्तियां भी जब्त की जा चुकी हैं। ईडी के सूत्रों के मुताबिक , चोकसी ने मेडिकल कंडीशन के लिए मानवीय आधार का हवाला देकर बेल्जियम सरकार को गुमराह किया और अपने सुबूतों को पुख्ता करने के लिए जाली और झूठे डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल किया। सूत्रों के मुताबिक मेहुल ने अपनी भारतीय या एंटीगुआ की नागरिकता नहीं छोड़ी है, लेकिन फिर भी उसने बेल्जियम में एफ रेजिडेंसी कार्ड के लिए अप्लाई किया और हासिल भी कर लिया है। जब ऑफिसर्स को पता चला कि चोकसी अपने स्टेटस को एफ+ रेजिडेंसी कार्ड में अपग्रेड करने की योजना बना रहा है, जिससे बेल्जियम से प्रत्यर्पण करना ज्यादा मुश्किल होगा, तो उन्होंने उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध करने के लिए जल्दी से कदम उठाया। जवाब में, बेल्जियम के अधिकारियों ने उसके एफ रेजिडेंसी कार्ड को एफ+ स्टेटस में बदलने पर रोक लगा दी। प्रत्यर्पण की लंबी कोशिश के बाद 2021 में मेहुल को अवैध प्रवेश के लिए डोमिनिकन गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था। CBI की एक टीम कैरेबियाई देश पहुंची थी। मेहुल चोकसी के वकीलों ने डोमिनिकन कोर्ट को बताया कि उसे इलाज के लिए एंटीगुआ लौटना होगा है और भरोसा दिया कि वो वापस आएगा। 51 दिनों तक जेल में रहने के बाद चोकसी को ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी काउंसिल से राहत मिली और प्रत्यर्पण आगे नहीं बढ़ सका। भारत, भारत-बेल्जियम प्रत्यर्पण संधि के तहत बेल्जियम से चोकसी के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है। इस प्रक्रिया में चोकसी के स्वास्थ्य और दोनों देशों के बीच संधि की बारीकियों सहित कानूनी विचार शामिल हैं।​ ये खबर भी पढ़ें.... UGC चेयरपर्सन बने विनीत जोशी:IAS से की थी करियर की शुरुआत; NTA के डायरेक्टर भी रहे, जानें कंप्‍लीट प्रोफाइल हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट सेक्रेटरी विनीत जोशी को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) का एडिशनल चार्ज दिया गया। अब वे UGC के चेयरपर्सन होंगे। जोशी केंद्र सरकार में सेक्रेटरी हैं। पूरी खबर पढ़ें...

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